Delhi Air Pollution: दिल्ली में अगले 2 दिन भी बंद रहेंगे स्कूल, AQI 700 के पार
Delhi Air Pollution: खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके एयर पॉल्यूशन से सभी दिल्ली-एनसीआर वासियों का सांस लेना मुश्किल हो गया है। दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद सभी जगहों पर हर दिन वायु प्रदूषण में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। लगभग सभी इलाकों में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 400 के ऊपर है। यहां तक कि कई इलाकों में तो यह 500 के भी पार चला गया है। हाल ही में दिल्ली के स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखे जाने के लिए कहा गया था और अब सरकार ने स्कूलों को अगले दो दिन, यानी 3 और 4 नवंबर को भी बंद रखने के आदेश दिए हैं।
जानिए क्या कहना है दिल्ली के मुख्यमंत्री का
देश की राजधानी में एयर पॉल्यूसन के खतरनाक स्तर पर पहुंचने के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को शहर के सभी सरकारी और निजी प्राथमिक विद्यालयों (Primary schools closed) को अगले दो दिनों तक बंद रखने का आदेश दिया। केजरीवाल ने X पर एक पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “प्रदूषण के बढ़ते स्तर के मद्देनजर, दिल्ली के सभी सरकारी और निजी प्राथमिक विद्यालय अगले 2 दिनों तक बंद रहेंगे।
In light of the rising pollution levels, all govt and private primary schools in Delhi will remain closed for the next 2 days
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 2, 2023
हाल के दिनों में दिल्ली और NCR का एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है, जिसके कई कारणों में से कुछ मुख्य कारण पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना, वाहन उत्सर्जन और औद्योगिक प्रदूषण हैं।
गुरुवार, रात 9 बजे शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) औसतन 450 था, जो इस सीजन में अब तक का सबसे खराब है। वहीं, आर के पुरम और श्रीनिवासपुरी में AQI 700-720 के बीच था। पिछले कुछ दिनों में यह जबरदस्त छलांग है। 24 घंटे का औसत AQI बुधवार को 370, मंगलवार को 360 और सोमवार को 340 था।
जरूरी सेवाओं से जुड़े ट्रकों को ही आने दिया जा रहा है
दिल्ली में ग्रैप यानी ग्रेडेड रेस्पॉन्स ऐक्शन प्लान का चौथा चरण लागू होने के बाद से राजधानी में ट्रकों पर रोक लगी हुई है। सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े ट्रकों को ही आने दिया जा रहा है। CNG और इलेक्ट्रिक वीकल्स पर बैन नहीं है। गाड़ियों को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से डायवर्ट करने के लिए दिल्ली सरकार यूपी व हरियाणा सरकार को पत्र लिखा है।वहीं, प्राइवेट कंपनियों को सुझाव दिया गया है कि कर्मचारियों से वर्क फ्रॉम होम कराएं। दिल्ली सरकार के 50 फीसदी कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम करेंगे।