UN से आई गुड न्यूज… 6.7% की दर से आगे बढ़ेगी Indian Economy, चीन दूसरे नंबर पर रहेगा
संयुक्त राष्ट्र (UN) की ओर से भारत के लिए अच्छी खबर आई है।विश्व आर्थिक स्थिति और संभावनाओं की रिपोर्ट के मिड ईयर अपडेट में अनुमान जताया गया है कि घरेलू मांग मजबूत रहने से भारतीय इकोनॉमी (Indian Economy) 2024 के कैलेंडर में 6.7 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी. इसके साथ ही इस साल 2023 में देश की आर्थिक वृद्धि दर 5.8 फीसदी की उम्मीद जताई गई है।
भारत एक चमकदार स्थान पर मौजूद
पीटीआई के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आर्थिक निगरानी शाखा के प्रमुख, हामिद राशिद ने कहा कि भारत विश्व अर्थव्यवस्था में चमकदार स्थान पर बना हुआ है, जिसमें कई सकारात्मक चीजें शामिल हैं. यही कारण है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में शामिल रहेगा. उन्होंने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) एक मजबूत स्थल बना हुई है. भारत की मुद्रास्फीति लगभग 5.5 प्रतिशत है, जबकि दक्षिण एशिया के लिए क्षेत्रीय औसत 11 प्रतिशत है. उन्होंने आगे कहा कि इसका मतबल है कि राजकोषीय विस्तार और मौद्रिक स्तर पर काफी गुंजाइश है, जो घरेलू मांग को समर्थन देगा।
इन चुनौतियों का किया गया जिक्र
रिपोर्ट में बाहरी जोखिमों के बारे में भी जिक्र किया गया है. हामिद राशिद ने कहा है कि अगर बाहरी वित्त की स्थिति और खराब होती है, तो भारत को कुछ चुनौतियों से जूझना पड़ सकता है. इसमें कहा गया है कि उच्च ब्याज दरों और कमजोर बाहरी मांग से इस साल देश का निवेश और निर्यात प्रभावित हो सकता है. इस साल के लिए संयुक्त राष्ट्र की ओर से जाहिर किया गया आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान जनवरी में जारी की गई रिपोर्ट के बराबर ही है. साल की शुरुआत में जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर के 2023 में घटकर 5.8 फीसदी पर आने का उम्मीद है।
PAK-श्रीलंका में जारी रहेगी महंगाई की मार
यूएन की रिपोर्ट में पाकिस्तान और श्रीलंका को लेकर भी अनुमान जाहिर किया गया है. इसमें कहा गया है कि, स्थानीय करेंसियों के कमजोर होने के कारण पाकिस्तान और श्रीलंका के लिए मुद्रास्फीति की दर (Inflation Rate) दोहरे अंकों में रहने की आशंका है. यानी दिवालिया होने की कगार पर पहुंच चुके पाकिस्तान और दिवालिया हो चुके श्रीलंका में महंगाई का कोहराम अभी आगे भी जारी रहेगा. वहीं ग्लोबल इकोनॉमी को लेकर इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी में जताए गए अनुमान की तुलना में ये 0.4 फीसदी की वृद्धि के साथ 2.3 फीसदी हो गई।
चीन दूसरी सबसे तेज अर्थव्यवस्था
एक ओर जहां भारत फिलहाल, दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती इकोनॉमी बना रहेगा, तो संयुक्त राष्ट्र ने दूसरी सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था चीन को लेकर सकारात्म रुझान पेश किए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की विकास संभावनाएं जनवरी से 0.5 फीसदी बढ़कर 5.3 फीसदी हो गई हैं. देश में कोवि़-19 प्रतिबंधों को हटा लिए जाने के बाद उपभोक्ता खर्च और इन्वेस्टमेंट में सुधार देखने को मिल रहा है. रिपोर्ट के अमेरिकी विकास अनुमान को 0.7 फीसदी से बढ़ाकर 1.1 फीसदी और यूरोपीय संघ के अनुमान को 0.7 फीसदी से 0.9 फीसदी किया गया है।