Grace Scrivens: शुभमन गिल बने प्लेयर ऑफ द मंथ, लेकिन पूरा मजमा लूट ले गई यह 19 साल की लड़की, जानें पूरा मामला
नई दिल्ली: आईसीसी अंडर 19 महिला क्रिकेट वर्ल्डकप का आयोजन हाल ही में पहली बार हुआ था। जिसमें शेफाली वर्मा के आगुवाई वाली भारतीय टीम जबरदस्त प्रदर्शन के चलते वर्ल्ड चैंपियन बन गई। भले ही इस विश्वकप में चारों ओर भारतीय खिलाड़ी छाए हुए थे, लेकिन अगर कोई खिलाड़ी हैं जिन्होनें अपने गजब की परफॉर्मेंस से सबको प्रभावित किया है, तो वह हैं अंडर 19 टीम की कप्तान ग्रेस स्क्रिवेंस (Grace Scrivens) ।
ग्रेस (Grace Scrivens) ने वर्ल्डकप में बल्ले के साथ-साथ अपनी खूंखार गेंदबाजी से भी कोहराम मचाया है
जिनके हरफनमौला प्रदर्शन ने सबको अपना दीवाना बना दिया। ग्रेस (Grace Scrivens) ने वर्ल्डकप में बल्ले के साथ-साथ अपनी खूंखार गेंदबाजी से भी कोहराम मचाया है। जिसके चलते अब आईसीसी ने उन्हें जनवरी के लिए “महिला प्लेयर ऑफ द मंथ के अवॉर्ड से भी नवाजा है। पहली बार आईसीसी अंडर19 महिला टी20 विश्व कप में कहर बरपाने के बाद स्क्रिवेंस आईसीसी महिला प्लेयर ऑफ द मंथ अवार्ड जीतने वाली सबसे कम उम्र की महिला खिलाड़ी बन गईं हैं।
वहीं आईसीसी महिला खिलाड़ी ऑफ द मंथ का अवॉर्ड जीतने के बाद ग्रेस स्क्रिवेंस ने कहा कि,’मैं आईसीसी महिला खिलाड़ी ऑफ द मंथ चुने जाने से बहुत खुश और चकित हूं। यह एक शानदार टूर्नामेंट था और जिसका हमने वास्तव में आनंद लिया। महिला क्रिकेट एक बेहतर स्थिति में है। इस समय वास्तव में रोमांचक जगह है और इसका हिस्सा बनना बहुत अच्छा है।
बता दें कि ग्रेस पूरे टूर्नामेंट (महिला टी20 विश्व कप) में बल्ले और गेंद के साथ एक प्रमुख खिलाड़ी रहीं थीं
बता दें कि Grace Scrivens पूरे टूर्नामेंट (महिला टी20 विश्व कप) में बल्ले और गेंद के साथ एक प्रमुख खिलाड़ी रहीं थीं। इतना ही नहीं बल्कि स्क्रिवेंस को उनके अविश्वसनीय प्रदर्शन के चलते प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट के अवॉर्ड से भी नवाजा गया था।। आईसीसी अंडर19 महिला टी20 विश्व कप में कई सुपरस्टार विश्व मंच पर उभरे, और स्क्रिवेंस उस एक महीने के दौरान बेहतरीन फॉर्म में रहीं, जहां उन्होंने बल्लेबाज और गेंदबाज के रूप में शानदार प्रदर्शन किया और इंग्लैंड को फाइनल तक पहुंचाया।
आईसीसी अंडर 19 टी20 वर्ल्डकप में खेले गए 7 मुकाबलों में 19 वर्षीय इस खिलाड़ी ने 41.85 की औसत से 293 रन बनाए थे। जिसमें रवांडा, आयरलैंड और वेस्ट इंडीज के खिलाफ उन्होनें लगातार तीन अर्धशतक लगाए थे। इसके अलावा गेंदबाजी की बात करें तो, विश्वकप में स्किवेंस ने 7.11 की गजब की औसत से गेंदबाजी करते हुए 09 बहुमूल्य विकेट अपने नाम किए थे।