Indian Air Force: हिंद महासागर के आसमान में 6 घंटे तक दहाड़े राफेल, चीन की बढ़ेंगी टेंशन, IAF की ताकत देख छूटे पसीने
Indian Air Force: भारतीय वायुसेना के चार राफेल लड़ाकू जेट विमानों ने छह घंटे चले युद्धाभ्यास में हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया. इन 4 राफेल लड़ाकू विमानों ने हिंद महासागर क्षेत्र के ऊपर छह घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरकर युद्धाभ्यास किया। इसे भारतीय वायुसेना की नई उपलब्धि बताया जा रहा है।
एक अधिकारी के मुताबिक विमानों ने पूर्वी सेक्टर के हासीमारा हवाई अड्डे से उड़ान भरी और अपने मिशन को अंजाम दिया. इसके साथ ही अभियान के तहत कई तरह के युद्धाभ्यास और मॉक ड्रिल शामिल थे. Indian Air Force ने इस मिशन को ऐसे समय में अंजाम दिया है, जब चीन हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी मौजूदगी लगातार बढ़ा रहा है।
भारतीय वायुसेना ने मिशन को लेकर किया ट्वीट
भारतीय वायुसेना ने भी मिशन के बारे में ट्वीट किया- ”भारतीय वायुसेना के राफेल विमान ने हिंद महासागर क्षेत्र में छह घंटे से अधिक समय तक लंबी दूरी के मिशन के लिए उड़ान भरी।विमान ने रास्ते में एक बड़ी ताकत के माध्यम से ‘लड़ाई’ भी लड़ी।
पिछले दशक में भारत और चीन के बीच संबंध सबसे निचले स्तर पर हैं. जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिक एक दूसरे से भिड़ गए थे, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इस झड़प में चीन के 40 से अधिक सैनिक मारे गए थे, हालांकि चीन ने कभी भी इसकी सही संख्या नहीं बताई।दोनों देशों के बीच 45 वर्षों में यह पहला मौका था, जब संघर्ष के चलते सैनिकों की मौत हुई।
दोनों देशों के बीच संबंध निचले स्तर पर
पिछले दशक में भारत और चीन के बीच संबंध सबसे निचले स्तर पर हैं. जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिक एक दूसरे से भिड़ गए थे, जिसमें भारत के 20 जवानों की मौत हुई थी।इस झड़प में चीन के 40 से अधिक सैनिक मारे गए थे, हालांकि चीन ने कभी भी इसकी सही संख्या नहीं बताई।दोनों देशों के बीच 45 वर्षों में यह पहला मौका था, जब संघर्ष के चलते सैनिकों की मौत हुई।
भारत ने इस साल द्विपक्षीय बातचीत और अंतरराष्ट्रीय मंचों के हाशिये पर बैठकों के दौरान चीन को साफ कर दिया है कि अगर द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य करना है तो पहले एलएसी पर स्थिति सामान्य करनी होगी।