Lockdown once again in China, जानिए Bappi Lahiri का ‘जिम्मी जिम्मी' गाना क्यों बना विरोध प्रदर्शन का नया नारा
Lockdown once again in China

Lockdown once again in China, जानिए Bappi Lahiri का ‘जिम्मी जिम्मी’ गाना क्यों बना विरोध प्रदर्शन का नया नारा

कोरोना वायरस को लेकर अब भी खतरा बना हुआ है. पिछले दिनों शंघाई में Lockdown भी लगा दिया गया था। हालांकि चीन की कठोर कोविड नीति और उसके कारण लागू पाबंदियों से देश की आम जनता काफी परेशान हो रही है.

चीन में भारतीय सिनेमा हमेशा से रहा लोकप्रिय

गौरतलब है कि चीन में भारतीय सिनेमा हमेशा से लोकप्रिय रहा है और 1950-60 के दशक में राजकपूर की फिल्मों से लेकर ‘3 इडियट’, ‘सीक्रेट सुपरस्टार’, ‘हिन्दी मीडियम’, ‘दंगल’ और ‘अंधाधुंध’ को भी यहां के दर्शकों ने पसंद किया है. पर्यवेक्षकों का कहना है कि चीन के लोगों ने ‘जि मी, जि मी’का उपयोग करके प्रदर्शन करने का कमाल का तरीका सोचा है. वे इसके माध्यम से जीरो-कोविड नीति के कारण जनता को हो रही दिक्कतों के बारे में बता रहे हैं. चीन में जीरो-कोविड नीति के तहत शंघाई सहित दर्जनों शहरों में पूर्ण Lockdown लगाया गया था जिसके कारण लोग कई सप्ताह तक अपने घरों में बंद रहने को मजबूर हो गए थे।

Bappi Lahiri के गाने को नारा बनाकर Lockdown का विरोध कर रहे लोग

चीन की जनता Lockdown के खिलाफ प्रदर्शनों में 1982 की फिल्म ‘डिस्को डांसर’ के संगीतकार Bappi Lahiri के लोकप्रिय गाने ‘जिम्मी जिम्मी आजा आजा’ का जमकर उपयोग कर रहे हैं. चीन के सोशल मीडिया साइट ‘दोयूयिन’ (टिकटॉक का चीनी नाम) पर लाहिड़ी की संगीत से सजे पार्वर्ती खान के गाये हुए इस गीत को मंडारीन भाषा में गाया जा रहा है ‘जि मी, जि मी’. अगर हम ‘जि मी, जि मी’ का अनुवाद करें तो इसका अर्थ होता है ‘मुझे चावल दो, मुझे चावल दो।

चीन में अन्न की बुरी स्थिति

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे चीनी वीडियो में लोग खाली बर्तन दिखाकर यह बताना चाह रहे हैं कि लॉकडाउन के दौरान खाद्यान्न की कमी की कितनी बुरी स्थिति है. मजे की बात यह है कि वीडियो अभी तक सोशल मीडिया पर मौजूद है, जबकि सामान्य तौर पर देश की सरकार की आलोचना करने वाले वीडियो को तत्काल हटा दिया जाता है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो

मजे की बात यह है कि वीडियो अभी तक सोशल मीडिया पर मौजूद हैं, जबकि सामान्य तौर पर देश की सरकार की आलोचना करने वाले वीडियो को तत्काल हटा दिया जाता है। गौरतलब है कि चीन में भारतीय सिनेमा हमेशा से लोकप्रिय रहा है और 1950-60 के दशक में राजकपूर की फिल्मों से लेकर ‘3 इडियट’, ‘सीक्रेट सुपरस्टार’, ‘हिंदी मीडियम’, ‘दंगल’ और ‘अंधाधुंध’ को भी यहां के दर्शकों ने पसंद किया है।

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