Social media debate between Anurag Kashyap and Vivek Agnihotri

Anurag Kashyap और Vivek Agnihotri में सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

Vivek Agnihotri अपनी फिल्मों से ज्यादा आजकल अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं।

फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ फेम निर्देशक Vivek Agnihotri अपनी फिल्मों से ज्यादा आजकल अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म निर्देशक सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और आए दिन किसी न किसी पर निशाना साधते नजर आते हैं। एक बार फिर वह अपने ट्वीट को लेकर चर्चा में हैं। इस बार विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म निर्देशक Anurag Kashyap पर निशाना साधा है। मगर, इस पर अनुराग कश्यप ने भी उन्हें करारा जवाब दिया है। दो फिल्म निर्देशकों की जुबानी जंग इस वक्त सोशल मीडिया पर छाई हुई है। आखिर क्या है इस बहस की वजह, आइए जानते हैं।

कल यानी मंगलवार को विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) ने एक ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) के एक न्यूज आर्टिकल की हेडलाइन का स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसमें लिखा था कि ‘कांतारा और पुष्पा जैसी फिल्में इंडस्ट्री को बर्बाद कर रही हैं।’ इसके साथ Vivek Agnihotri ने कैप्शन में लिखा, ‘बॉलीवुड के इकलौते मीलॉर्ड के विचारों से मैं पूरी तरह असहमत हूं। क्या आप सहमत हैं?’ विवेक के इस ट्वीट पर यूजर्स ने खूब कमेंट किए। कुछ ने उन्हें पूरा इंटरव्यू पढ़ने की सलाह दी तो कुछ ने Anurag Kashyap को खरी-खरी सुनाईं। अब इस मामले ने आज एक नया मोड़ ले लिया है।

आज अनुराग कश्यप ने विवेक अग्निहोत्री को रिट्वीट करते हुए उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है।

आज अनुराग कश्यप ने विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) के कल वाले ट्वीट को रिट्वीट करते हुए उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है। अनुराग कश्यप ने लिखा है, ‘सर आपकी गलती नहीं है। आपकी फिल्मों की रिसर्च भी ऐसी ही होती है जैसे आपका मेरी बातचीत पर ट्वीट है। आपका और आपकी मीडिया का भी बिल्कुल ऐसा ही हाल है। कोई नहीं, अगली बार थोड़ा गंभीर रिसर्च कर लेना।

Anurag Kashyap के इस रिट्वीट के बाद यूजर्स भी Vivek Agnihotri को खूब सुना रहे हैं। साथ ही यूजर्स लंबे वक्त बाद अनुराग कश्यप की ट्विटर पर वापसी का भी स्वागत कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘अनुराग, आपने इस ट्वीट को गंभीरता से लेकर गलती कर दी।’ एक यूजर ने लिखा, ‘सही जवाब दिया है।’ वहीं कुछ यूजर्स अनुराग कश्यप को भी ट्रोल करते नजर आ रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘उनकी रिसर्च बिल्कुल ठीक है। आप जो फिल्मों में वाहियात चीजें दिखाते हो उससे तौब तोबा।’

बता दें कि अनुराग ने अपने साक्षात्कार में कहा था कि फिल्मों की पैन-इंडिया छवि इंडस्ट्री के लिए नुकसानदायक है, क्योंकि ऐसे में बहुत सारे मेकर्स और एक्टर अपनी फिल्मों को कहने भर के लिए पैन-इंडिया बताएंगे, जबकि हर फिल्म में कांतारा जैसी क्षमता नहीं होती है। ऐसे में इक्का-दुक्का फिल्में ही सुपर हिट होंगी और बाकी दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकेंगी। लेकिन, सच यही है कि कांतारा और पुष्पा जैसी फिल्में ही हमें अपने मन की कहानियां कहने का साहस देती हैं।

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