नहीं रूक रहा पाकिस्तान में राजनीतिक सियासत का खेल ; Pakistan Army ने की Imran Khan पर हमले की निंदा
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की हत्या की कोशिश के मामले में एफआईआर दर्ज करने को लेकर गतिरोध उस समय और गहरा हो गया जब पूर्व प्रधानमंत्री की पार्टी पीटीआई (PTI) ने पुलिस पर शिकायत दर्ज करने में अनिच्छा का आरोप लगाया।वहीं पंजाब पुलिस (Pakistan Punjab Police) ने उनको इस मामले में किसी तरह की शिकायत मिलने की बात से इंकार कर दिया।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम Imran Khan पर हुए हमले को लेकर अभी तक सियासत जारी है. इतने दिनों बाद भी ये साफ नहीं हो पाया है कि इमरान को कितनी गोलियां लगी।अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि इमरान खान का पोस्टमार्टम क्यों नहीं हुआ. पंजाब में इमरान की पार्टी की सरकार है। उन्होंने अभी तक जांच क्यों नहीं कराई?
सेना ने की Imran Khan पर हमले की निंदा
पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आइएसपीआर) ने ट्वीट कर कहा, लांग मार्च के दौरान फायरिंग की घटना बेहद निंदनीय है। मारे गए व्यक्ति के प्रति सेना संवेदना व्यक्त करती है और Imran Khan व अन्य घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करती है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इमरान के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए ट्वीट किया कि देश की राजनीति में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने अपनी हालिया चीन यात्रा पर प्रेस कान्फ्रेंस को भी स्थगित कर दिया। विदेश मंत्री ने खान के स्वस्थ होने की कामना की।
पंजाब के वजीराबाद में हकीकी आजादी मार्च के दौरान इमरान खान (Imran Khan) जब अपना मार्च निकाल रहे थे ठीक उसी समय उनपर दो बंदूकधारी ने हमला कर दिया. इस हमले में उनके दाहिने पैर में गोली लग गई. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख ने उनपर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्ला और मेजर जनरल फैसल नसीर ने 2011 में पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर की धार्मिक उन्मादियों के हाथों हत्या कर उनको जान से मारने की कोशिश की थी।
पूरा देश कर रहा इस घटना की निंदा
नेशनल असेंबली में उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि आज की घटना हमारी राजनीति में गिरावट को दर्शाती है। पूरा देश इस घटना की निंदा कर रहा है।” उन्होंने कहा कि राजनेताओं द्वारा राजनीति में हत्या और जलाने जैसे शब्दों का इस्तेमाल उनके अनुयायियों को इस तरह के तरीकों का इस्तेमाल करने का लाइसेंस देता है। उन्होंने राजनेताओं से यह महसूस करने का आग्रह किया कि जब वे ऐसी बातें कहते हैं, तो वे ऐसे बीज बोते हैं जिसके परिणामस्वरूप कड़वी फसल होती है।