Tips for Healthy Relationships: हेल्दी रिलेशनशिप के मूल मंत्र, जिसे समझ लिया तो बना रहेगा चैन और सुकून
Tips for Healthy Relationships: आप अपने रिश्ते में खुश है या नहीं, इसे बेहतर बनाने की सलाह देने वाले तो बहुतेरे मिल जाएंगे। सगे-संबंधी, दोस्त-सहेली, आपकी पसंदीदा मैगजीन, यूट्यूब का कोई रिलेशनशिप एक्सपर्ट आपकी मदद करने यानी आपकी रिलेशनशिप को बेहतर बनाने के लिए फ्री बैठे हुए हैं।
कभी-कभी जब हमारा रिश्ता भावनात्मक उतार-चढ़ाव से गुजर रहा होता है, तो हमें इन सलाहकारों से मदद मिल भी जाती है, पर जरूरी नहीं कि हमेशा हम दूसरों की सलाह पर आंख मूंदकर भरोसा कर लें। रिश्ते को बेहतर बनाने का दावा करने वाले इन लव गुरुओं की सलाह एकदम से नहीं अपनानी चाहिए। रिश्ते में गर्माहट लाने के लिए इन गुरुओं की बात पर अमल करना यानी अपने अच्छे-खासे चल रहे रिश्ते की राह में रोड़ा अटकाना होगा। इसलिए आइए जानते हैं कुछ ऐसी आदतों के बारे में, जो आपके रिश्ते की राह में रूकावट बन जाती हैं और जिनसे दूर रहना ही बेहतर होगा।
तरीका नंबर- 1
बेवजह न बढ़ाएं झगड़ा
वैवाहिक जीवन में पति और पत्नी का संतुलन बराबर होना चाहिए। जब बात सतुलन की है, तो एक व्यक्ति के हाथ में कमान रहने से आपके रिश्ते में बैलेंस नहीं रह पाएगा। इसलिए जल्द से जल्द कमान अपने हाथों में लेने की छटपटाहट बेवजह झगड़ों को जन्म देगी और आपके रिश्तों में ग़लतफ़हमी बढ़ेगी। रिश्ते में खुद को सुपिरयर करने की होड़ अंततः आपके रिश्ते पर भारी पड़ सकती है, इसलिए आपको झगड़ा नहीं बल्कि प्यार और विश्वास हासिल करने पर जोर देना चाहिए। जब एक गुस्से में हो, तो दूसरा चुप रहेगा, तो कभी लड़ाई नहीं बढ़ेगी।
तरीका नंबर- 2
खुद ही बदलने की कोशिश करें
कहते हैं कि साथ रहते-रहते दो लोग कुछ सालो बाद एक जैसे हो जाते हैं। यह कहावत इस हिसाब से सही है कि समय के साथ लोग बदलने लगते हैं, पर आजकल लोग शादी के तुरंत बाद अपने साथी को अपने अनुसार बदलना शुरू कर देते हैं या पार्टनर के अनुसार खुद को बदलने में लग जाते हैं। बदलाव का यह तरीका गलत है। अगर आप दोनों एक अच्छे रिश्ते में उम्र भर बने रहना चाहते हैं, तो एक-दूसरे की सभी खूबियों-खामियों के साथ सहजता से स्वीकारें। एक-दूसरे को अपने जैसा बनाने के बजाय, एक-दूजे का पूरक बनने पर फोकस करना चाहिए। ऐसा करने से जीवन की गाड़ी बिना हिचकोले खाए चलती रहती है।
तरीका नंबर- 3
बहसबाजी से बचने के लिए चुप रहना भी सीखें
वैसे इस सलाह प आंख मूंदकर भरोसा न करें। अकसर हमें इसलिए बहसबाजी के दौरान चुप रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे मामला और गंभीर हो सकता है। यहां तक कि संबंध टूटने का भी डर रहता है लेकिन हमेशा बहस के दौरान चुप रहना सेहतमंद रिश्ते के लिहाज से फायदेमंद नहीं होता। अगर आप हर बार चुप रह जाएंगे, तो कई बार सही होते हुए भी जल्दी ही आपका पार्टनर रिश्ते को डॉमिनेट करने लगेगा। अगर आप सही हैं, तो आपको अपनी बात जरूर रखनी चाहिए। अगर पार्टनर बहुत गुस्से में है, तो उसके शांत होने के बाद इस बारे में जरूर बात करनी चाहिए।