Bhutan PM ने डोकलाम पर चीन को लेकर ऐसा क्या कह दिया, जिससे भारत की बढ़ सकती है टेंशन!
भारत-चीन के बीच पिछले कई वर्षों से डोकलाम को लेकर विवाद चलता आ रहा है. इस बीच भूटान के प्रधानमंत्री (Bhutan PM) ने एक बयान देकर भारत की चिंता को बढ़ा दिया है।भूटान के पीएम लोटे शेरिंग ने कहा कि डोकलाम मुद्दे पर समाधान ढूंढने पर चीन का भी उतना ही हक है जितना भूटान का है। उन्होंने कहा कि समस्या हल करने की जिम्मेदारी केवल भूटान की नहीं है। बल्कि भारत, चीन और भूटान तीनों की है। भूटान के प्रधानमंत्री (Bhutan PM) ने यह बात बेल्जियम के एक अखबार ला लिबरे को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान कही।
भूटान ने चीन द्वारा गांव बसाए जाने के दावे को किया खारिज
भूटान का कहना है कि अगर चीन और भारत तैयार हैं तो वो भी डोकलाम के ट्राइजंक्शन पर चर्चा के लिए तैयार हैं. इसके साथ ही प्रधानमंत्री शेरिंग ने चीन को लेकर एक और चिंताजनक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया है कि चीन ने उसकी सीमा में 10 गांव बनाए हैं. बता दें कि साल 2020 में कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई थीं, जिनमें दावा किया गया था कि चीन ने भूटान की सीमा के दो किलोमीटर के अंदर तक गांव बना लिए हैं। हालांकि उस वक्त भूटान सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी। लेकिन अब भूटान के प्रधानमंत्री (Bhutan PM) ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
कोई भी देश बड़ा-छोटा नहीं, सब समान हैंः भूटान के प्रधानमंत्री (Bhutan PM)
इसके अलावा उन्होंने कहा कि तीनों देश एक समान हैं, कोई भी देश बड़ा या छोटा नहीं है। बता दें कि डोकलाम भूटान के क्षेत्र में आता है लेकिन भारत को पूर्वोत्तर से जोड़ने वाले सिलिगुड़ी कॉरिडोर के पास है. यही वजह है कि भारत चाहता है कि चीन डोकलाम से दूर रहे। क्योंकि सिलिगुड़ी कॉरिडोर पर भी खतरा मंडरा सकता है. यही वजह थी कि जब साल 2017 में चीन ने डोकलाम में सड़क बनानी शुरू की थी तो भारत ने चीक को रोककर उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया था।
यहीं से दोनों देशों के बीच विवाद छिड़ गया था। डोकलाम विवाद के हल को लेकर भूटान के प्रधानमंत्री ने कहा कि हम विवाद को सुलझाने को तैयार हैं. जैसे ही अन्य दो पक्ष भी तैयार हों, हम चर्चा कर सकते हैं।बता दें कि यह एक संकेत है कि थिम्पू भारत, चीन और भूटान के बीच डोकलाम में त्रि-जंक्शन की स्थिति पर बातचीत करने को तैयार हैं, जो विवादित केंद्र है।