क्या खत्म होगा कनाडा से राजनायिक विवाद? महीनेभर बाद आज भारत शुरू कर रहा वीजा सर्विस
India Resume Some Visa Services: भारत ने कनाडा में एक महीने से ज्यादा समय से बंद पड़ी वीजा सेवाओं को बुधवार को कुछ कैटिगरी में फिर से शुरू कर दिया है। फिलहाल भारत ने गुरुवार से एंट्री वीजा, मेडिकल वीजा, कॉन्फ्रेंस वीजा और बिजनेस वीजा कैटिगरी में सेवाएं शुरू की हैं। ओटावा में भारतीय हाई कमीशन ने एक बयान में कहा कि सुरक्षा हालात का आंकलन करने और हाल ही में इस संबंध में कनाडा द्वारा उठाए गए कदमों के मद्दनेजर चार कैटिगरी की वीजा सेवाओं को बहाल करने का फैसला लिया गया है। इमरजेंसी मामलों को हाई कमीशन और कौन्सुलेट्स जनरल देखेंगे। हालात का जायजा लेने के बाद आगे फैसले लिए जाएंगे।
भारत ने पिछले महीने लगाई थी रोक
बता दें कि आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो के बयान के बाद दोनों देशों के संबंधों में तनाव आ गया था। कनाडा में भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा के मद्देनजर भारत ने 21 सितंबर को वहां वीजा सेवाओं पर अस्थायी रोक लगा दी थी। कुछ दिनों पहले ही विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा था कि जब भारत को ऐसा महसूस होगा कि भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा को लेकर प्रगति हो रही है, वीजा सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि ऐसा जल्द होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि कनाडा के साथ भारत के संबंध कठिन दौर में हैं। लेकिन राजनयिक मौजूदगी में समानता की मांग भारत के लिए बेहद जरूरी थी। जयशंकर ने कहा था कि कनाडा का राजनयिक स्टाफ देश के अंदरूनी मामलों में दखल दे रहा था।
US, ब्रिटेन के बाद न्यूजीलैंड कनाडा संग
भारत में कनाडाई राजनयिकों की समान संख्या के मुद्दे पर अब न्यूजीलैंड कनाडा के साथ खड़ा दिखाई दिया। न्यूजीलैंड के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘हम चिंतित हैं कि भारत की मांग है कि कनाडा वहां अपनी राजनयिक उपस्थिति कम करे। इस वजह से बड़ी संख्या में कनाडाई राजनयिक भारत से चले गए हैं। अब ज्यादा डिप्लोमेसी का समय है, कम का नहीं। हम उम्मीद करते हैं कि सभी देश राजनयिक संबंधों पर 1961 वियना कन्वेंशन के तहत अपने दायित्वों को कायम रखेंगे।’ इससे पहले अमेरिका-ब्रिटेन कनाडा के साथ दिखे थे। भारत कह चुका है कि हमने कोई नियम नहीं तोड़ा है।